
1 अक्टूबर को ऊँचाहार थाना क्षेत्र में अफवाहों के आधार पर भीड़ ने जिस युवक हरिओम की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, अब उसी पीड़ित परिवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने आर्थिक सहायता का भरोसा दिया है।
प्रभारी मंत्री राकेश सचान और समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण खुद मृतक के घर पहुंचे और परिजनों को आर्थिक मदद के चेक सौंपे।
पिता गंगादीन को मिला – ₹6.62 लाख, पत्नी पिंकी को मिला – ₹6.92 लाख- कुल सहायता – ₹13.54 लाख
मंत्रियों ने आश्वस्त किया – “सरकार आपके साथ है, न्याय जरूर होगा!”
अफवाह फैलाने वालों को चेतावनी
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने मौके पर दो टूक कहा:
“चोर और ड्रोन जैसी अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। ये घटना जातीय नहीं, भीड़ की नासमझी और अफवाह का परिणाम थी।”
इतना ही नहीं, उन्होंने स्पष्ट किया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दलित समुदाय के लोग भी शामिल हैं – जिससे जातिगत एजेंडा चलाने वालों की हवा निकल गई।
अब तक 12 आरोपी धराए, 9 अब भी फरार
पुलिस ने कार्रवाई में तेजी दिखाई है।
अब तक:
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12 आरोपी गिरफ्तार
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एक को मुठभेड़ में गोली मारकर पकड़ा गया
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9 आरोपी अब भी फरार, तलाश जारी
पुलिस का कहना है कि जल्द ही बाकी आरोपी भी सलाखों के पीछे होंगे।
“जिसने कानून हाथ में लिया, उसका हाथ अब हथकड़ी में होगा।”
लखनऊ कूच: मुख्यमंत्री से सीधा संवाद
हरिओम की पत्नी पिंकी देवी ने प्रशासनिक कार्रवाई और त्वरित मदद पर संतोष जताया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार प्रकट किया।
विधायक मनोज पांडेय के साथ पीड़ित परिवार लखनऊ रवाना हो चुका है, जहां वे मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत मुलाकात करेंगे।
इंसाफ की शुरुआत हुई है, लेकिन मंज़िल अभी बाकी है…
हरिओम की हत्या का यह मामला सिर्फ एक अपराध नहीं, एक समाजिक चेतावनी भी है – कि अफवाहें मार सकती हैं, और भीड़तंत्र लोकतंत्र को खा सकता है।
सरकार की त्वरित कार्रवाई, मुआवज़ा और सख्त संदेश स्वागत योग्य हैं – पर असली न्याय तब होगा जब 21 में से बचे 9 आरोपी भी गिरफ्तार होंगे, और पीड़ित परिवार को इंसाफ अदालत से मिलेगा।